सुलह कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार , ग्राम पंचायत भदरोल के प्रधान मान सिंह , ग्राम पंचायत ड़ईं के प्रधान जसवंत सिंह , गड़ियादा की प्रधान अंजना कुमारी , कुहाना की प्रधान विंदु कुमारी , गगल के पूर्व प्रधान राकेश कुमार , भदरोल के पूर्व प्रधान कश्मीर सिंह राणा , पूर्व सुलह कांग्रेस के पदाधिकारी अशोक कुमार , परितोष गुप्ता, सतपाल धीमान , विनोद धरवाल राकेश राणा , विवेक, सन्नि आदि ने मंगलवार को जारी एक सयुंक्त ब्यान मे कहा कि सुलह कांग्रेस के बारे में आए दिन हो रही बयानबाजी बहुत ही निंदनीय है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि सुलह में जो लोग मजबूत करने कि बात कर रहे हैं वास्तव में सुलह कांग्रेस को कमजोर करने मे उनका अहम रोल रहा है । सुलह कांग्रेस किसी व्यक्ति विशेष कि बपौती नहीं है , जो लोग आज संगठन को सुदृढ़ करने की बात कर रहे हैं , वे बताएं कि पिछले पाँच बर्षों में वे कहाँ थे ? कांग्रेस के वरिष्ठ लोगों व पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि कई लोग आज अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकने के लिए सुलह के हितेषी बन रहे हैं । उन्होने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय दल होने व पूरे हिमाचल प्रदेश मे जहां अब की बार कांग्रेस की लहर थी के बाबजूद कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त होना सुलह कांग्रेस के इतिहास में पहली बार हुआ है । इससे सब साफ हो गया है कि जो लोग अपने आप को सुलह कांग्रेस के करणधार समझते थे, उनके नेतृत्व में सुलह कांग्रेस आज सात हजार से भी कम वोट में सिमट कर रह गयी । पुराने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि कांग्रेस में कुछ लोग भटक गये थे, उन्हे दोबारा कांग्रेस में लाया जायेगा । वास्तव में उन्हे यह ज्ञात होना चाहिए कि असली कांग्रेस वही है जो 30 हजार लोगों को एक साथ लेकर चले है व विपरीत परिस्थित्यों मे भी भाजपा के साथ डट कर मुक़ाबला किया है । उन्होने कहा कि किस के नेतृत्व में सुलह कांग्रेस ने इकट्ठा होना है यह फैसला सुलह की जनता चुनावों मे दे चुकी है और नेता जनता बनाती है न कि मीडिया की सुर्खियां । जिन लोगों को भटका हुआ बता रहे हैं समय आने पर वे सभी प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु , प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मिलकर उनका भव्य स्वागत भी करेंगे तथा सुलह कांग्रेस की वर्तमान यथास्थिति से अवगत भी करवाएँगे ।